आज कुछ कहने को जुबां साथ नहि … आज कुछ करने को हाथ साथ नहि … आज कही चलने को पैर साथ नहि … आज कुछ देखने को आंखे साथ नहि … आज कुछ सुनने को कान साथ नहि … आज कुछ लिखने को कलम साथ नहि … आज कुछ सोचने को दिमाग साथ नहि … बस … बेचैनीसे बेकाबु बना … |
आज …
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